अतिरिक्त >> स्वर्गोद्यान बिना सांप स्वर्गोद्यान बिना सांपयशपाल
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स्वर्गोद्यान बिना सांप पुस्तक का आई पैड संस्करण
आई पैड संस्करण
‘‘लेखक ने कलाकर की दृष्टि से हमारे द्वीप की प्राकृतिक छटा का मुंह बोला मनोरम चित्र पेश किया है। उसने हमारे अनेक नसलों सम्प्रदायों के मिश्रण, देश में सहअस्तित्व और सहयोग की आवश्यकता को सहानुभूतिपूर्ण मार्मिक दृष्टि से देखा, समझा और हमारे प्रयत्नों को सराहा है। अन्तर्राष्ट्रीय समता-सहयोग की ऐसी मानवी दृष्टि ही विश्व कुटुम्ब की भावना और सफलता का आधार बन सकती है। मारीशस सद्भावना और मैत्री की इस अभिव्यक्ति की सराहना से स्वागत करता है।’’ इस पुस्तक के कुछ पृष्ठ यहाँ देखें।
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